इश्क के अंदाज़ ये भी ...............
तू नज़र आ जाए इंतज़ार के लम्हे भी ये चाह रखते हैं,
बाद मुद्दत तूने रुख किया तो है इस डगर का,
हम डगर का शुक्रिया आवारगी में हजारों बार करते हैं,
कभी रुकना कभी चलना कभी जुल्फों के अंदाज़ बदलना,
तेरी हर अदा पर खुद को जख्मी हम यार करते हैं ,
तूने हम पर नज़र डाली तो है कभी कभी लेकिन,
जब तू हमें देख मुस्करादे उस घडी को प्यार करते हैं,
खुदा तुझसे मिलाने को वक़्त रोक दे ये फरियाद करते हैं